10 Tips For Personality Development in Hindi व्यक्तित्व विकास

व्यक्तित्व विकास के लिए 10 बेस्ट टिप्स या सूत्र | 10 Personality Development Tips in Hindi | पर्सनालिटी डेवलपमेंट स्पीच | अपना व्यक्तित्व कैसे निखारे

व्यक्तित्व विकास के लिए 10 बेस्ट टिप्स या सूत्र

1) ड्रेस अप का रखें ख्याल:

पर्सनालिटी डेवलपमेंट में ड्रेस अप का बहुत महत्व है for example यदि आप किसी जॉब के लिए इंटरव्यू देने जा रहे है तब “इंटरव्यू कक्ष” में एंट्री करते समय सामने चेयर पर बैठे शख्स की पहली नजर कहां पड़ेगी
  • आपके आंखों पर,
  • आपके चेहरे पर या
  • आपके कपड़ों पर,
आई थिंग उसकी पहली नजर आपके कपड़ों पर पड़ेगी, उसके बाद आपके आई कांटेक्ट होंगे और तब जाकर कहीं वह आपको पूरा देखेगा
यानी फर्स्ट इंप्रेशन के तौर पर आपका ड्रेस अप होना बहुत मायने रखता है और चूंकि फर्स्ट इंप्रेशन इज लास्ट इंप्रेशन इसलिए आप समझ सकते हैं कि आपका ड्रेस अप होना एक अच्छी पर्सनालिटी के लिए कितना जरूरी है ।
परंतु यहां बहुत से लोग सिर्फ नेवी ब्लू पैंट, वाइट शर्ट और चमकते ब्लैक शूज को ही ड्रेसअप होना समझते हैं परन्तु ऐसा नहीं है ड्रेस अप का अर्थ बहुत व्यापक है जिसमें लोकेशन के हिसाब से खुद को तैयार करना होता है । उदाहरण के तौर पर मान लीजिए कि आप किसी पार्टी में जा रहे हैं और आपने फॉर्मल कपड़े पहन रखे हैं तब आपकी ये लुक जगह के हिसाब से बिल्कुल अच्छी नहीं है क्योंकि यहां आपको पार्टी वियर, टाइप के कपड़े पहन कर जाने चाहिए तभी आप लोगों का आकर्षण बन पाएंगे । वहीं यदि आप किसी ऑफिस मीटिंग या किसी जॉब के इंटरव्यू में जा रहे हैं तब वहां आपको  पार्टी वियर नहीं बल्कि सभ्य कपड़े पहनने होंगे अन्यथा  इंटरव्यू हॉल में एंट्री के साथ ही आपके एग्जिट का रास्ता भी खुद ब खुद तैयार हो जाएगा ।
इसके साथ-साथ आपके बाल भी जगह के हिसाब से होने चाहिए जैसे यदि आप किसी ऑफिस मीटिंग या किसी जॉब के इंटरव्यू के लिए जा रहे हैं तब आपके बाल थोड़े छोटे और सभ्य अंदाज में ठीक से कंघी किए हुए होने चाहिए वहीं यदि आप पार्टी में जा रहे हैं तो आप अपने बालों को स्टाइलिश लुक दे सकते हैं तब इन सब से पार्टी में आए लोगों का ध्यान आपकी तरफ खींचता चला जाएगा ।
यदि आप जॉब इंटरव्यू में टाई  लगाकर जा रहे हैं तो यह आपके लिए प्लस प्वाइंट साबित हो सकता है परंतु यहां आपकी टाई लोकेशन के हिसाब से होनी चाहिए अर्थात तड़क-भड़क से इतर सभ्य होनी चाहिए ।
खास मौकों पर कपड़ों का सलेक्शन करते समय हमेशा उन्हीं रंगो को वरीयता दें जिन्हें आप पहले भी इस्तेमाल करते आए हैं यानी जो कलर आप पर खिलते हैं और जिसके लिए आपके मित्र आपकी तारीफ कर चुके हैं । खास मौकों पर कलर के मामले में एक्सपेरिमेंट करने जैसा रिस्क ना ले । इसके साथ-साथ कपड़े की फिटिंग का भी ध्यान दें क्योंकि ढीले ढाले अर्थात बिना फिटिंग के कपड़े अक्सर खराब प्रभाव डालते हैं ।
बहुत से लोग चल रहे फैशन के हिसाब से ड्रेस का सलेक्शन कर लेते हैं जबकि वे ये भूल जाते हैं कि कोई भी ड्रेस आपकी फिजिकल पर्सनालिटी जैसे बॉडी का कलर, आपकी हाइट और आपके बॉडी वेट पर डिपेंड करती है बहुत से ड्रेसेस कम हाइट व मोटे लोगों पर अच्छे नहीं लगते हैं  वहीं कुछ कपड़े ऐसे भी होते हैं जो दुबले-पतले लोगों पर अच्छे नहीं लगते इसलिए कपड़ों का सलेक्शन करते समय फैशन से ज्यादा इस बात का ख्याल रखें कि वह कपड़ा आप पर अच्छा लगे ना कि आपको दूसरों के हंसी का पात्र बना दे ।
इन सब के साथ अपने शूज को रेगुलरली चमकाना ना भूले मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि मैंने ऐसे बहुत से लोगों को देखा है जो अपने कपड़ों पर तो बहुत ध्यान देते हैं परंतु अपनी शूज को चमकाना भूल जाते हैं । याद रखिए आपके कपड़ों के बाद सामने वाले की नजर सीधे आपके शूज पर पड़ती है और यदि वे साइन कर रहे हैं तो ये आपकी पर्सनालिटी के लिए बेटर है आप स्वयं भी चाहे तो शीशे के सामने खड़े होकर खुद को दोनों स्थितियों में परख सकते हैं । एक स्थिति वो जिसमें आपकी शूज साइन कर रहे हैं और दूसरी स्थिति जिसमें आपके शूज गंदे हैं ।
वैसे तो ये बातें बहुत छोटी हैं परंतु इन छोटी-छोटी बातों में पर्सनालिटी डेवलपमेंट का रहस्य छिपा हुआ है जिसपर लोग अक्सर ध्यान नहीं देते इस काम को आसान बनाने के लिए आप मेरी छोटी सी टिप्स को फॉलो कर सकते हैं । आप रात में सोने से पहले अपनी शूज को पॉलिश करके रख सकते हैं क्योंकि अक्सर सुबह जाने की जल्दी में इसके लिए टाइम नही मिलता और इस प्रकार यह  अगले दिन के लिए टलता चला जाता है ।
याद रखिए अमीरों की पार्टी में गरीब लोगों के लिए कोई जगह नहीं होती कहने का तात्पर्य ये है कि आप जैसे लोगों के बीच में जा रहें हैं आपको भी कुछ उन्हीं के जैसे दिखने वाले कपड़े पहनने होंगे यहां कृपया ध्यान दें कि मैंने आपको, उनके कपड़ों के जैसे “दिखने वाले” कपड़ों को पहनने की सलाह दी है ना कि उनके जैसे महंगे कपड़े खरीदने को कहा है अर्थात आपको सिर्फ ये सर्च करना है कि आप जिनसे मिलने जा रहे हैं
वे लोगों किस तरह के कपड़े पहनते हैं (अमीर लोग कैसे कपड़े पहनते है?) आपको भी सेम वैसा ही डिजाइन का और कीमती दिखने वाला कपड़ा खरीदना है क्वालिटी चाहे जो हो क्योंकि दोस्तों कोई भी आपके कपड़ों को छू कर नहीं देखता for example आप Peter England के कपड़ों को ही ले लें जिसे अक्सर बड़े डॉक्टर्स वह इन्हीं के जैसे दूसरे प्रोफेशनल्स पसंद करते हैं जिनके दाम सामान्य कपड़ों से काफी ज्यादा हैं मगर इनसे मिलते जुलते कपड़े सस्ते दामों में भी खरीदे जा सकते हैं ।
वैसे तो पहले मेकअप करना सिर्फ औरतों तक ही सीमित था । मगर अब जमाना बदल रहा है अब टीवी और फिल्मों के बहुत सारे कलाकार लिपस्टिक का यूज करते हैं  इसलिए खास मौकों पर आप भी हल्का मेकअप try कर सकते हैं और यदि आपका बचट  allow करें तो महीने में दो बार फेशियल भी कराएं क्योंकि इससे चेहरे पर चमक बनी रहती है और ये बात तो शायद सभी जानते हैं कि एक सामान्य चेहरे के मुकाबले चमकता चेहरा ज्यादा आकर्षित करता है । ऐसा करने से संकोच ना करें और वैसे भी सिर्फ दो-चार बार कराने के बाद ही आपका संकोच चला जाएगा । यदि फिर भी आप ऐसा नहीं करना चाहते या आपका बजट allow नहीं कर रहा तो कम से कम खास मौकों पर फेशियल जरूर कराएं । आप इसे घर पर भी ट्राई कर सकते हैं जिससे कॉस्ट बहुत कम आती है ।

2) बॉडी लैंग्वेज का रखे ध्यान:

बॉडी लैंग्वेज यानी शरीर की भाषा जैसे आपके बात करने का अंदाज, आपके चलने फिरने एवं खाने-पीने का तरीका, आपकी स्माइल आदि । आपसे पहली बार मिलने वाला शख्स जो आपके बारे में ज्यादा कुछ नहीं जानता वो सिर्फ आपके बॉडी लैंग्वेज के ही आधार पर आपके बारे में कोई राय कायम करता है ।
यदि आप किसी जॉब के इंटरव्यू में जा रहे हैं तो अगले से मिलते समय आपके चेहरे पर एक नेचुरल स्माइल होनी चाहिए । हालांकि यह स्माइल कितनी हो और कैसी हो इस बारे में ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं, सामान्यतया लोगों से मिलते समय आपके चेहरे पर जो नॉर्मल स्माइल होती है, आपको बस वैसी ही स्माइल देनी है । ज्यादा चालाक बनते हुए किसी प्रकार की बनावटी स्माइलिंग देने की कोशिश ना करें क्योंकि यदि सामने वाले को आपकी झूठी स्माइल, समझ आ गई तो आपकी ये चालाकी, आप पर ही भारी पड़ सकती है । आप चाहे तो रोज दिन में दो बार अपने चेहरे पर एक ईमानदार मुस्कान लाने की प्रैक्टिस भी कर सकते हैं।
ऐसे जगहों पर अपने बैठने और बातचीत के अंदाज का भी खास ख्याल रखा जाता है जैसे

  • ऐसी जगहों पर आप ना तो बहुत ज्यादा आराम की मुद्रा में बैठे और ना ही अपने हाथ-पांव को आपस में लॉक करते हुए सुरक्षात्मक मुद्रा में बैठें । दोनों ही स्थितियां अच्छी नहीं हैं । सबसे पहले तो अपने पैरों में थोड़ा स्पेस रखें यह स्पेस बहुत ज्यादा भी नहीं होना चाहिए अन्यथा इसे खराब माना जाता है ।
  • वहीं अपने हाथों को हल्का सा खोलें ।
  • स्पाइन को स्ट्रेट रखते हुए सीधा बैठने की कोशिश करें ।
  • यहां ज्यादा से ज्यादा रिलैक्स रहने की कोशिश करें ।
  • इंटरव्यू में पूछे गए प्रश्नों का जवाब देने के दौरान हाथों को बहुत ज्यादा इधर-उधर घुमा कर बात करने की जरूरत नहीं है ऐसा करने से आपकी पर्सनालिटी पर नेगेटिव इफेक्ट पड़ता है ।
  • कमरे का मुआयना करने की इच्छा से इधर-उधर चोरी छुपे अपनी नजरें ना घुमाएं ।
  • यदि आप इंटरव्यू के लिए गए हैं तो इन सभी चीजों का ध्यान इंटरव्यू हॉल में जाने के साथ-साथ, बाहर भी रखें क्योंकि आजकल सीसीटीवी कैमरे का जमाना है जहां बाहर भी आप पर निगरानी रखी जाती है और आपकी एक्टिविटी को देखा व परखा जाता है और जिसका आप लाभ उठा सकते हैं ।
  • ऐसी जगहों पर अपनी आवाज का भी खास ख्याल रखें आपकी आवाज ना तो ज्यादा लाउड होनी चाहिए और ना ही इतनी धीमी हो कि लोग आपको थका हुआ समझें ।
घर पर आप चाहे जैसे भी भोजन करते हैं परंतु जब आप समूह में भोजन कर रहे हो तब ऐसी स्थिति में खाने के सामने आते‌ ही फटाफट खाने मत लग जाएं बल्कि दूसरों को शुरू करने का आग्रह करें ऐसा करने से आपकी छवि दूसरों की नजरों में बेहतर होती है और साथ ही आपको भी अच्छा फील होता इतना ही नहीं कोशिश करिए कि आपका खाना भी उनके साथ ही खत्म हो । यह करना बहुत मुश्किल नहीं है बस आपको थोड़ा ध्यान देते रहना होगा परंतु फिर भी यदि आप पहले खा लेते हैं तो वहां से भागकर तुरंत हाथ धोने ना जाएं बल्कि सबका वेट करें और उनके साथ ही जाएं ।
उनके बीच खाना एक सभ्य तरीके से ही खाएं । यदि कांटे और चम्मच का यूज किया जा रहा है तो आप भी हाथ से खाने की बजाए कांटे और चम्मच का इस्तेमाल करें । ये बगैर सोचे कि इसकी क्या जरूरत है ? क्योंकि यहां एक कहावत चरितार्थ होती है “जैसा देश वैसा भेष”
इस बीच साफ सफाई का भी पूरा ध्यान रखें । जैसे

  • खाते समय कम से कम खाना, प्लेट से बाहर गिरे ।
  • खाते समय बीच-बीच में खुद को या मेजपोश को ना छुएं ।
  • चावल खाते समय पूरे हाथ में चावल चिपकाने से बचे । यदि आप से ये गलतियां होती हैं तो ऐसी जगहों पर आप हाथ से खाने की बजाएं बजाए, चम्मच का यूज़ करें ।
  • कुछ लोग खा रहे हाथ से ही पानी का ग्लास भी उठा लेते हैं जो सामने वाले को अच्छा नहीं लगता और इससे घिन्न चढ़ती है इसलिए आप ऐसा बिल्कुल ना करें ।
याद रहे यह सभी चीजें तभी ठीक से हो सकेंगी जब इसे आप अपनी आदतों में शामिल करेंगे अर्थात ऐसा घर के बाहर ही नहीं बल्कि घर में भी करने की आदत डालेंगे अन्यथा आपके द्वारा किया गया झूठा अभिनय ज्यादा देर तक नहीं टिक पाएगा और कहीं ना कहीं आपसे गलतियां हो ही जाएंगी इसलिए इन अच्छी चीजों को अपनी लाइफ में शामिल करें ।

3) दिखे हाइजेनिक:

दोस्तों हाइजीन का भी ख्याल रखना बेहद जरूरी है । यहां बहुत से लोग ऐसे भी हैं जो अपने नेल्स पर तब तक ध्यान नहीं देते जब तक उन्हें कोई टोक नही दे परंतु आप ऐसा ना करें । आप हर हफ्ते अपने नाखूनों को काटते रहें । इसके साथ-साथ, यदि क्लीन शेव रहें तो अच्छा परन्तु आजकल दाढ़ी रखने का भी चलन है यदि आपने भी ऐसा शौक पाल रखा है तो उसे मेंटेन रखना भी सीखें अन्यथा आज ही clean save हो जाएं क्योंकि जो लोग अपनी दाढ़ी मेंटेन नही रखते वे बहुत बुरे दिखते हैं ।
यदि आपके पसीने से बहुत जल्द बदबू आती है तो किसी अच्छे deodorant का प्रयोग करें ।

मशहूर पॉप सिंगर “ब्रिट्नी स्पीयर्स” एक बार जब फ्लाइट में अपने पैरों को shoes से बाहर निकालकर relax की मुद्रा में सफर कर रहीं थी तभी कुछ यात्रियों की कंप्लेंट पर एयर होस्टेस ने उन्हें अपने shoes फिर से पहनने को कहा क्योंकि उनके socks से बदबू आ रही थी परंतु इस बात का ख्याल हममें से बहुत से लोग नहीं रखते । वहीं कुछ लोगों को अपने socks की गंध पता ही नहीं चलती और इसप्रकार वे अपना इंप्रेशन खराब कर लेते हैं इसलिए हर दिन अपना socks जरूर  बदलें ।

4) बने अच्छे श्रोता:

वैसे कहने के लिए तो हर किसी के पास ढेर सारी बातें हैं । मगर उन्हे सुनने वाला कोई नही इसलिए यदि आप किसी की बातों को ध्यान से सुनते हैं तो निश्चित रूप से उसके हृदय में आपके लिए सम्मान के भाव उत्पन्न होंगे इसलिए अच्छे वक्ता बनने से ज्यादा, अच्छे श्रोता बनने की कोशिश करें और वैसे भी दुनिया में अधिकतर कामयाब लोग अच्छे श्रोता हैं अर्थात वे बोलते कम और सुनते ज्यादा हैं परंतु कुछ लोग दूसरों की बातों को सुनने का सिर्फ दिखावा करते हैं वो उनकी बातों को सिर्फ इसलिए सुनते हैं ताकि मौका मिलते ही वो अपनी बात, उनसे कह सकें यदि आपकी भी ऐसे ही आदत है तो इसे आज ही बदल डालिए । 
चूँकि दिखावा ज्यादा देर तक नहीं छुप सकता और लोग ये समझ जाते हैं कि आप उनकी बातों को सुनने का सिर्फ दिखावा कर रहे हैं इसलिए अच्छे श्रोता बनने का दिखावा बिल्कुल भी ना करें। याद रखें कि यदि आप उनकी बात में इंटरेस्ट नहीं रखतें, उन्हें फालतू समझते हैं तो वे भी आपकी बातों में इंटरेस्ट नहीं रखेंगे और इस प्रकार वे आपकी interesting और important बातों को भी ignore कर देंगे ।
सामने वाले की बातों का उत्तर देने की जल्दबाजी ना करें क्योंकि अक्सर बोलने वाले को उत्तर की प्रतीक्षा नहीं रहती बल्कि उन्हें तो सिर्फ अपनी बात कहनी होती हैं इसीलिए पहले उनकी बातों को सुनें, समझे और यदि जरूरी हो तभी जवाब दें । उनकी बातों को बीच में काटकर बोलने या जवाब देने की गलती कभी ना करें ।
ऐसा करने से ना सिर्फ आप उनकी नजरो में अपनी पर्सनालिटी को निखारने मे सफल रहेंगे बल्कि इसके साथ-साथ आप उनकी पसंद, नापसंद एवं उनके विचारों के बारे में भी अच्छी जानकारी इकट्ठा कर सकेंगे जिसका उपयोग आप उनसे अगली मीटिंग में कर सकते हैं जैसे, आप ऐसी बातों को अवॉइड  कर सकते हैं जो उन्हें अच्छी नहीं लगती या जो उन्हें पसंद नहीं है इसके साथ-साथ ऐसी बातों को चर्चा में जोड़ सकते हैं जो उन्हे पसंद है । आप अपनी पर्सनालिटी में उन खूबियों को शामिल कर सकते हैं जो वो दूसरो में ढूंढते हैं । 
इतना ही नही लास्ट मीटिंग में उनके बारे में इकट्ठा की गई उनकी पर्सनल जानकारियों को आप अगली मीटिंग में उनके साथ चर्चा करके उन्हें इस बात का एहसास करा सकते हैं कि आप उनको कितनी इंर्पोटेंस देते हैं । उनसे जुड़ी छोटी से छोटी बातों को भी याद रखते हैं । दोस्तों ये ऐसा ब्रह्मास्त्र है जो किसी भी रिश्ते को मजबूत बना सकता है ।

5) कम्युनिकेशन स्किल को ऐसे करें इम्प्रूव:

A) अपनी बात को कम एवं स्पष्ट शब्दों में दूसरों के सामने रखें ऐसा करने से आप सामने वाले पर आप अच्छा प्रभाव छोड़ पाएंगे । यदि आप चाहे तो इसके लिए कोई ऑफलाइन या ऑनलाइन ग्रुप भी ज्वाइन कर सकते हैं ।
B) आपकी बातों में कहीं से भी जीरो एक्सपीरियंस या अपरिपक्वता की झलक नहीं दिखनी चाहिए इसलिए कुछ भी कहने से पहले उसे एक बार जरूर सोच लें ।  यदि आपको उस विषय में जानकारी नहीं है तो उस टॉपिक पर बढ़ चढ़कर बोलने की बजाय चुप रहना अच्छा है क्योंकि “बंद मुट्ठी लाख की और खुल गई तो खाक की” ।
C)  कुछ लोग बहस के दौरान खुद को सही साबित करने के प्रयास में बहुत ज्यादा आक्रामक हो जाते हैं जिसके प्रतिक्रिया स्वरूप सामने वाला भी आक्रामक हो जाता है जो बिल्कुल भी ठीक नहीं है । ऐसे व्यक्तियों से लोग कम जुड़ना चाहते इसलिए आप ऐसा ना करें परिस्थिति चाहे जैसी भी हो परंतु आप हमेशा नॉर्मल रहकर ही अपनी बात कहें । आपकी आवाज ना तो बहुत तेज होनी चाहिए और ना ही इतनी धीमी जिससे लोग आपको थका हुआ समझे ।
D) दोस्तों, हर किसी के लिए उसका नाम उसके लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है इसलिए यदि बातचीत के दौरान, आप बीच-बीच में अगले का नाम लेते हैं तो इससे उसे अच्छा फील होता है परंतु यहां इस बात का बहुत ध्यान रखना होगा कि यदि वह बंदा आपसे बड़ा है तो उसका नाम लेते समय, उसके नाम के साथ सम्मानजनक शब्दों को जरूर जोड़ें ।
इस बीच एक से दो बार आप अपना नाम भी ले सकते हैं इससे सामने वाले को आपके नाम का पता चल जाता है और उसे आपके नाम को याद रखने में आसानी होती है इसप्रकार यदि कोई आपको “by name” याद रखता है तो यह आपके लिए एक बड़ी अचीवमेंट मानी जा सकती है ।
E) कुछ लोग पर्सनालिटी डेवलपमेंट का मतलब सिर्फ इंग्लिश स्पीकिंग को समझ लेते हैं जो सच नहीं है परंतु इस बात को भी झूठलाया नहीं जा सकता कि आज की तारीख में इंग्लिश का महत्व दुनिया में बढ़ता चला जा रहा है ऐसे में भला हम, इससे अछूते कैसे रह सकते हैं । यदि आप अपनी बातों में इंग्लिश के शब्दों का प्रयोग करते हैं तो आप की छवि और ज्यादा निखरती है 
परंतु इंग्लिश बोलने के चक्कर में उन शब्दों का यूज ना करें जिनके विषय में आपको ठीक से जानकारी नहीं है इसलिए बेहतर होगा कि आप पहले अपनी इंग्लिश की जानकारी को बढ़ाएं और तब उसका यूज़ करें । आप रोज कम से कम अंग्रेजी के दस नए शब्दों को सीखने की कोशिश करें । आप अपने English knowledge को बेहतर करने के लिए कोई ऑनलाइन या ऑफलाइन ग्रुप भी ज्वाइंन कर सकते हैं ।
F) दोस्तों यह फैक्ट है कि हम अक्सर दूसरों के पास अपने फायदे, अपने काम के लिए ही जाते हैं परंतु ऐसी जगहों पर यदि हम उनकी भलाई, उनके फायदे की बातें पहले और अपनी फायदे की बातें बाद में करते हैं तो इसका हमारी पर्सनालिटी पर अच्छा प्रभाव पड़ता है उदाहरण के तौर यदि हम एक सेल्समैन बनकर किसी रिटेल की दुकान पर जाते हैं और तब हमें पता चलता है कि वह रिटेलर अपनी दुकान दूसरे बड़े शहर में स्थापित करने की सोच रहा है तब ऐसी परिस्थिति में जहां एक तरफ दुकानदार का बड़े शहर में व्यवसाय करना उसके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है, वहीं हमारा एक बढ़िया ग्राहक हमसे सदा के लिए छीन सकता है । ऐसी परिस्थिति में आपके पास दो रास्ते होते हैं 

  • पहला यह कि आप उसे तरह-तरह के नकारात्मक व सकारात्मक विचारों द्वारा, उसे वहां जाने की बजाय यही रहने के लिए मोटिवेट कर सकते हैं ।
  • दूसरा, यह कि आप उसे छल कपट से इतर, एक सच्ची सलाह दें अर्थात यदि उसका वहां जाने में फायदा है तो उसे वहां जाने के लाभ के बारे में बताएं और यदि नुकसान है तो उसे इसके लिए सचेत करें ।
परंतु मेरे हिसाब से दूसरा रास्ता ही सही है क्योंकि आपकी एक राय उसके फैसले को बदल नहीं सकती, हां परंतु इतना जरूर है कि यदि किसी कारणवश उसने वहां जाने का फैसला टाल दिया तब भी वह आपको अब उतना महत्व नहीं देगा क्योंकि वह जान चुका है कि आप सिर्फ अपने मतलब के लिए उसके पास आते हैं और आपको उसके हानि लाभ से कोई फर्क नहीं पड़ता इसलिए दूसरों को हमेशा वही राय दें जिसमें उनका भला हो आपका यह रवैया शॉर्ट टाइम बेसिस पर भले ही नुकसान पहुंचाने वाला हूं परंतु भविष्य में आपको इसका लाभ जरूर मिलेगा ।
G) आपको इस बात का भी पूरा ख्याल रखना है कि आपकी बातों से कोई हर्ट ना हो । यदि जाने अनजाने में ऐसी बातें मुंह से निकल भी जाएं तो तुरंत सॉरी बोल दे या आप उनसे ये कह सकते हैं कि “मेरा आपको हर्ट करने का कोई इरादा नहीं था”
ऐसी बातों का मुंह से निकल जाने से गिल्टी फील करने जैसी कोई बात नहीं है क्योंकि ऐसा होना सामान्य सी बात है क्योंकि ऐसी भूल चूक हम सभी से हो जाती है । वहीं हमारी बातों से अगला हर्ट हुआ है, इस बात का भी पता, हमें फौरन चल जाता है परंतु हम अपनी गलतीयों की माफी मांगने या ऐसा कुछ भी करने से हिचकिचाते हैं जो हमारी पर्सनालिटी पर नेगेटिव असर डालता है इसलिए ऐसा करने से जरा भी संकोच ना करें । यदि गलती हुई है तो उसकी माफी मांगने में कोई हर्ज नही है । ऐसा करने से दूसरों की निगाहों में हमारा कद और बढ़ेगा ।

6) विनम्रता:

दोस्तों विनम्रता पुरुष का गहना होता है इस विषय में आगे बात करने से पहले हमें सबसे पहले ये समझना होगा कि विनम्रता क्या होती है मैं इसे एक example के द्वारा समझाना चाहूंगा
दोस्तों, माता सीता की खोज में निकले प्रभु श्रीराम अपनी वानरी सेना के साथ समुद्र तट पर जा पहुंचे जिसे पार करके ही वे लंका पहुंच सकते थें परंतु उस विशाल समुद्र को कैसे पार किया जाए ? यह एक बड़ा सवाल था । हालांकि प्रभु श्रीराम में ऐसी शक्तियां थी जिसके द्वारा वह अपने एक बाण से ही सारे समुद्र को सुखाकर रास्ता बना सकते थे परंतु उन्होंने ऐसा ना करते हुए वहीं समुद्र तट पर, पूरे 3 दिनों तक भूखे प्यासे रहकर, समुद्र देव की स्तुति करते हुए उन्हें मनाने की कोशिश की । 
दोस्तों विनम्रता का इससे सुंदर उदाहरण आपको कहीं नहीं मिल सकता अर्थात जो काम प्यार से हो जाए उसके लिए अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करना उचित नहीं है जो लोग बात बात पर क्रोध करते हैं ऐसे व्यक्तियों से लोग दूर रहना पसंद करते हैं । अहंकारी व्यक्तियों को कोई पसंद नहीं करता इसलिए आपको अपने अंदर विनम्रता का भाव जागृत करना ही होगा ।

7) रहे प्रसन्न:

दोस्तों हंसता हुआ चेहरा सबको अच्छा लगता है ऐसे व्यक्तियों की तरफ लोग जल्दी आकर्षित होते हैं आपने भी कुछ ऐसी personalities की तारीफ सुनी होगी कि फला व्यक्ति बहुत हंसमुख है । आपकी एक छोटी सी मुस्कुराहट किसी के दिल में रास्ता बनाने का सबसे आसान और सस्ता तरीका है इसीलिए परिस्थितियां चाहे जैसी भी हो परंतु आप हमेशा खुश रहने की कोशिश करें । चेहरे पर एक नेचुरल मुस्कुराहट बनाए रखें । यदि आप दुखी भी हैं तो अपने दुख को अपने चेहरे पर ना आने दें ‌।

8) जी भर करें तारीफ:

दोस्तों दुनिया में ऐसा कोई शख्स नहीं जिसे अपनी तारीफ कड़वी लगती हो परंतु अक्सर दूसरों की तारीफ करने में हम हिचकिचाते हैं । यदि ऐसा करना भी चाहे तो कई बार हमें अगले की तारीफ के लिए कोई ऐसी खूबी दिखाई ही नहीं देती जिसके लिए हम उसकी तारीफ करें । 
दोस्तों यहां झूठी तारीफ करने की कोई आवश्यकता ही नहीं है क्योंकि हर शख्स के अंदर कोई न कोई खूबी जरूर होती है । कोई अच्छा हंसता है तो कोई अच्छा बोल लेता है । किसी के पास अच्छी नॉलेज होती है तो किसी के विचार अच्छे होते हैं इसलिए आप उस शख्स में उसकी रियल खूबी को ढूंढिए । उसके आसपास की चीजों को देखिए और उसकी एक सच्ची तारीफ कीजिए 
क्योंकि आपके द्वारा की गई उसकी एक सच्ची तारीख आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है । यदि फिलहाल आपको उसमें ऐसी कोई खूबी नहीं दिखाई दे रही है, जिसके लिए आप उसकी तारीफ कर सके तो जल्दबाजी में झूठी तारीफ का सहारा ना लें क्योंकि झूठी तारीफ हर कोई समझ जाता है और वह उसे आपकी चापलूसी समझ लेता है जो आपके पर्सनालिटी पर खराब असर डालती है ।

9) इमोशंस पर रखें काबू:

किसी का भी मूड रोज एक जैसा नहीं होता परंतु अच्छी पर्सनालिटी वाले अपनी खराब मूड को भी कंट्रोल करते हुए दूसरों के सामने खुद को ऐसे प्रजेंट करते हैं कि सामने वाले को इस बात की भनक तक नहीं लगती कि अगले का मूड आज ठीक नही है । यदि आप अच्छी पर्सनालिटी के स्वामी बनना चाहते हैं तो आपको भी कुछ ऐसा ही करना होगा । 
बहुत बार ऑफिस या दोस्तों के साथ किसी बात को लेकर हमारी उनसे बहस छिड़ जाती है । इस बहस में हम या तो अत्याधिक आक्रामक हो जाते हैं या फिर गुस्सा कर लेते हैं ऐसे स्वभाव वाले व्यक्तियों से लोग जुड़ना कम पसंद करते हैं इसीलिए आपको भी ऐसे समय पर अपने इमोशंस को काबू में रखना सीखना होगा और इसप्रकार ऐसे समय में भी आपको सामान्य बने रहना होगा ।
कई बार हम अपनी तरफ से बहुत अच्छा प्रोजेक्ट तैयार करते हैं परंतु हमारी अपेक्षाओं के विपरीत लोग हमारी तारीफ करने की बजाय हमारे प्रोजेक्ट का मजाक उड़ाने लगते हैं ऐसी परिस्थिति में हम अक्सर अपना आपा खो बैठते हैं जोकि हमारी पर्सनालिटी के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है हमें इससे बचना होगा हमें हर तरह के परिणामों के लिए तैयार रहना होगा ।
यदि हम किसी का वेट कर रहे हैं और उसे आने में थोड़ी देरी हो जाती है तब हम उसके आते ही उस पर एकदम फायर हो जाते हैं जिससे उसके मन में हमारी नेगेटिव छवि बनती है इसलिए हमें इस प्रकार के व्यवहार से परहेज करना होगा ।
कुल मिलाकर यदि कहा जाए तो आप अपने अंदर के इमोशंस को दबाकर रखें उसे बाहर मत आने दीजिए । बाहर आप लोगों को वही दिखाइए जो लोगों को अच्छा लगता है या जिससे लोग इंप्रेस होते हैं ।

10) स्टडी की आदत डालें:

दोस्तों स्टडी से ज्ञान बढ़ता है और यह ज्ञान हमारे आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद करता है वहीं जब हम कुछ नए लोगों के बीच होते हैं तब हमें उनसे बात बढ़ाने के लिए किसी टॉपिक की आवश्यकता होती है और इसमें स्टडी से बढ़ा हुआ हमारा ज्ञान, हमारी मदद कर सकता है । अपने ज्ञान के भंडार से लोगों को अवगत कराकर हम उन्हें अपनी अच्छी पर्सनालिटी का एहसास करा सकते हैं ।
इसके साथ-साथ जब हम किसी शख्स से किसी विषय पर चर्चा कर रहे होते हैं तब हमारा ज्ञान, हमारे बातों में निखर कर आता है और दूसरों पर हमारी एक अच्छी छाप छोड़ जाता है ।
हमारे पास जितना अच्छा ज्ञान होगा हम अपनी बातों को उतने ही बेहतर ढंग से एक्सप्रेस कर सकेंगे और इसमें कोई दो राय नहीं कि ऐसे व्यक्तियों से लोग ज्यादा प्रभावित होते हैं और उनसे जुड़ना चाहते हैं ।

11) माफी मांगने और माफ करने की आदत डालें:

दोस्तों माफी मांग लेने से आप की शान में कोई कमी नहीं आती बल्कि लोग आपके ऐसे स्वभाव के कायल हो जाते हैं । यदि आपसे जाने अनजाने में कोई गलती हो जाती है जिससे कोई हर्ट हुआ है तो आप उसमे फौरन सॉरी बोल दें । इतना ही नहीं यदि किसी ने आपको हर्ट किया है तो आप उससे बदला लेने की बजाय उसे फौरन माफ कर दें आपका यह स्वभाव ना सिर्फ उसे बल्कि दूसरों को भी प्रभावित करेगा और आप एक अच्छे पर्सनालिटी के स्वामी बन जाएंगे ।

12) नए लोगों से मिलने की आदत डालें:

हर व्यक्ति में औरों से हटकर कुछ अलग ही विशेषताएं होती है जिनसे हमें कुछ नया सीखने को मिल सकता है इसीलिए नए नए लोगों से मिलने से ना हिचकिचाएं ।

13) बुरी आदतों से रहे दूर:

बुरी आदतें हैं जिसपर हम कभी ध्यान नहीं देते मगर ये हमारी पर्सनालिटी को खराब करती है जोकि bad manner कहलाता है । इसे जितना जल्दी हो सके ठीक कर ले । कुछ बुरी आदतें निम्न है:

  • पैर हिलाना ।
  • बात करते-करते कान या नाक में उंगली डालना ।
  • अचानक तेज आवाज में बातें करने लगना । 
  • बहुत अजीब तरीके से हंसना ।
  • बात करते वक्त मुंह से थुक निकलना इत्यादि ।
  • पॉकेट में हाथ डाल कर बात करना अक्सर अहंकारी स्वभाव को प्रदर्शित करता है इसलिए ऐसे बैड हैबिट्स को अवॉइड करें  ।
  • आवश्यकता से अधिक औपचारिकता, आप की चालाकी को दर्शाती है इसलिए ऐसा ना करें ।
  • हर आदमी एक जितना समझदार नहीं होता । अब मान लीजिए कि आप किसी समूह में बैठे हैं और वहां बातचीत के दौरान आप खुद को दुनिया का सबसे समझदार इंसान साबित करना चाहते हैं तो ऐसा नहीं हो सकता । जरूरत से ज्यादा समझदार बनने की कोशिश आपके पर्सनालिटी को खराब करेगी इसीलिए हद से ज्यादा समझदार बनने की चेष्टा ना करें ।

 Writer

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author

Karan Mishra

करन मिश्रा को प्रारंभ से ही गीत संगीत में काफी रुचि रही है । आपको शायरी एवं कविताएं कहने का भी बहुत शौक है । आपको, अपने निजी जीवन एवं कार्य क्षेत्र में मिले अनुभवों के आधार पर प्रेरणादायक विचार एवं कहानियां लिखना काफी पसंद है । करन अपनी कविताओं एवं विचारों के माध्यम से पाठको, विशेषकर युवाओं को प्रेरित करने की कोशिश करते रहे हैं ।

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