एहसास – प्रेरणादायक हिन्दी कहानी | Feeling – Heart Touching Story In Hindi
माँ के साथ अक्सर गांव के प्राथमिक चिकित्सालय में जाते-जाते वहां की महिला डॉक्टर से सौम्या काफी प्रेरित हो गई थी । वह घर पर अक्सर बच्चों के साथ डॉक्टर-डॉक्टर का खेल खेला करती । इस खेल में वह पिता की शर्ट को बाहों में डालें, शर्ट के बटन खुला छोड़ खुद महिला डॉक्टर की भूमिका निभाती ।
दुनिया की सबसे अच्छी इन हिंदी कहानियो को भी जरुर पढ़ें | Top Motivational Hindi Stories
अभी वे अपने करियर को और बेहतर बनाने में लगे हैं । अपना सारा समय वह अपने करियर को देना चाहते हैं और इसलिए बच्चे के विषय में अभी नहीं सोच रहे है । माँ उससे थोड़ी सहमत जरुर थी पर उसके मन मे भी कुछ विचार थे । जिसे उसने उससे शेयर किया। माँ की बाते शायद उसे सही लगीं फलत: साल भर बाद श्रेयांश को उसने जन्म दिया ।
चूँकि बहू भी, सौम्या की तरह ही स्त्री रोग विशेषज्ञ थी इसलिए उसने अपनी ही केबिन में अपने ही चेयर के ठीक बगल में उसकी भी चेयर लगा दी । एक काफी मशहूर और अनुभवी डॉक्टर की छत्रछाया में नववधू ने अपने नए जीवन एवं नए करियर की शुरुआत की ।
कुछ दिनों बाद श्रेयांश घर वापस लौटा इस बार उसके साथ उसका बेटा भी था ।
लौटने पर उसे जो पता चला उसे सुनकर उसकी रूह कांप उठी असल मे इस बार बेटा यहां कोई स्थाई रूप से रहने की नियत से नहीं आया था बल्कि अपना बोरिया बिस्तर समेटने के लिए आया था श्रेयांश यहां खुद के द्वारा खरीदी हुई महंगी-महंगी मशीनों को बेचकर हमेशा हमेशा के लिए अपनी पत्नी के पास विदेश जा चुका था शायद उसे भी समझ में आ गया था कि जिंदगी का असली मजा फॉरेन कंट्रीज में ही हैं जहां जिंदगी को हसीन बनाने की सारी चीजें और सारे ऐसो आराम मौजूद हैं ।
Moral Of The Story
उसके बच्चे के पास बहुत सारी सुविधाएं आजीवन रहेंगी जिसका कभी उसने सपना देखा था फिर आज सौम्या दुखी क्यों है ?
इन सर्वश्रेष्ठ हिंदी कहानियों को भी जरुर पढ़ें:
“अपनों को कराएँ अपनेपन का एहसास बनी रहेगी रिश्तों मे मिठास प्रेरक कहानी“ आपको कैसी लगी, कृपया नीचे कमेंट के माध्यम से हमें बताएं । यदि कहानी पसंद आई हो तो कृपया इसे Share जरूर करें !